कुम्भाण्ड-कूपकर्णाभ्याम्—कुम्भाण्ड तथा कूपकर्ण द्वारा; बलेन सह—बलराम के साथ; संयुग:—युद्ध; साम्बस्य—साम्ब का; बाण-पुत्रेण—बाण के पुत्र के साथ; बाणेन सह—बाण के साथ; सात्यके:—सात्यकि का ।.
अनुवाद
बलरामजी ने कुम्भाण्ड तथा कूपकर्ण से, साम्ब ने बाण-पुत्र से और सात्यकि ने बाण से युद्ध किया।
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All glories to saints and sages of the Supreme Lord
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥