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भागवत पुराण  »  स्कन्ध 12: पतनोन्मुख युग  »  अध्याय 2: कलियुग के लक्षण  »  श्लोक 11
 
 
श्लोक  12.2.11 
त्रिंशद्विंशतिवर्षाणि परमायु: कलौ नृणाम् ॥ ११ ॥
 
शब्दार्थ
त्रिंशत्—तीस; विंशति—बीस और; वर्षाणि—वर्ष; परम-आयु:—अधिकतम आयु; कलौ—कलियुग में; नृणाम्— मनुष्यों की ।.
 
अनुवाद
 
 कलियुग में मनुष्यों की अधिकतम आयु पचास वर्ष हो जायेगी।
 
 
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