श्री सूत गोस्वामी ने कहा : महर्षि शुकदेव गोस्वामी अत्यन्त अनुभवी थे और राजा से प्रसन्न थे। अत: राजा द्वारा प्रश्न किये जाने पर उन्होंने उससे कहा; “कृपया इस विषय को ध्यानपूर्वक सुनें।”
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