तम्—उसको; वीक्ष्य—देखकर; दु:सह—वश में करना कठिन; जवम्—वेग; रणत्—बजती हुई; काञ्चन—स्वर्ण; नूपुरम्—नूपुर, पाँव का आभूषण; वैजयन्त्या स्रजा—वैजयन्ती माला से; जुष्टम्—आभूषित; अंस—कंधे पर; न्यस्त—टिका; महा-गदम्—बड़ी गदा ।.
अनुवाद
हिरण्याक्ष के आवेग को नियंत्रण कर पाना कठिन था। उसके पैरों में सोने के नूपुरों की झनकार हो रही थी, उसके गले में विशाल माला सुशोभित थी और वह अपनी विशाल गदा को अपने एक कंधे पर धारण किये था।
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