गुदम्—गुदा; पुंस:—विराट रूप का; विनिर्भिन्नम्—पृथक् होकर; मित्र:—सूर्यदेव; लोक-ईश:—मित्र नामक निदेशक; आविशत्—प्रविष्ट हुआ; पायुना अंशेन—आंशिक वायु के साथ; येन—जिससे; असौ—जीव; विसर्गम्—मलमूत्र त्याग; प्रतिपद्यते—सम्पन्न करता है ।.
अनुवाद
फिर विसर्जन मार्ग पृथक् हुआ और मित्र नामक निदेशक विसर्जन के आंशिक अंगों समेत उसमें प्रविष्ट हो गया। इस प्रकार जीव अपना मल-मूत्र विसर्जित करने में सक्षम हैं।
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