यह पहले से ज्ञात था कि वेन अत्यन्त कठोर तथा क्रूर था, अत: जैसे ही राज्य के चोरों तथा उचक्कों ने सुना कि वह राज-सिंहासन पर आरूढ़ हो गया है, वे उससे बहुत भयभीत हुए और वे सब उसी तरह छिप गये जिस प्रकार चूहे अपने आपको सर्पों से छिपा लेते हैं।
तात्पर्य
जब सरकार अत्यधिक निर्बल होती है, तो चोर तथा उचक्के बढ़ जाते हैं। इसी प्रकार जब सरकार प्रबल होती है, तो सारे चोर-उचक्के लुप्त हो जाते हैं या छिप जाते हैं। निस्सन्देह, वेन अच्छा राजा न था, किन्तु वह क्रूर तथा कठोर समझा जाता था। इस तरह राज्य चोर-उचक्कों से मुक्त हो गया।
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