अहो! जरा देखिये तो मैं कैसा स्त्री का गुलाम हूँ! जरा मेरी क्रूरता के विषय में तो सोचिये! वह बालक प्रेमवश मेरी गोद में चढऩा चाहता था, किन्तु मैंने न तो उसको आने दिया, न उसे एक क्षण भी दुलारा। जरा सोचिये कि मैं कितना कठोर-हृदय हूँ!
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