राजा उवाच—राजा ने कहा; कस्मिन्—किस कारण से; कर्मणि—किन कार्यों से; देवस्य—महादेव (शिव) के; मय:—मय दानव; अहन्—नष्ट करना चाहता था; जगत्-ईशितु:—शिव की, जो भौतिक शक्ति का नियंत्रण करते हैं और दुर्गा देवी के पति हैं; यथा—जिस प्रकार; च—तथा; उपचिता—पुन: विस्तार किया; कीर्ति:—कीर्ति; कृष्णेन—कृष्ण द्वारा; अनेन—इस; कथ्यताम्—कृपया कह सुनायें ।.
अनुवाद
महाराज युधिष्ठिर ने पूछा : मय दानव ने किस कारण से शिवजी की कीर्ति नष्ट की? कृष्ण ने किस तरह शिव जी की रक्षा की? और किस तरह उनकी कीर्ति का पुन: विस्तार किया? कृपया इन घटनाओं को कह सुनायें।
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All glories to saints and sages of the Supreme Lord
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥