नम:—मैं नमस्कार करता हूँ; मरकत-श्याम-वपुषे—जिनके शरीर का रंग मरकत मणि के समान श्यामल है; अधिगत-श्रिये— माता लक्ष्मी जिनके अधीन हैं; केशवाय—केशी असुर का वध करने वाले भगवान् केशव को; नम: तुभ्यम्—मैं आपको नमस्कार करता हूँ; नम: ते—पुन:-पुन: नमस्कार करता हूँ; पीत-वाससे—पीताम्बर वाले ।.
अनुवाद
हे पीताम्बरधारी भगवान्! मैं आपको सादर नमस्कार करता हूँ। आपके शरीर का रंग मरकत मणि जैसा है और आप लक्ष्मीजी को पूर्णत: वश में रखने वाले हैं। हे भगवान् केशव! मैं आपको सादर नमस्कार करता हूँ।
शेयर करें
All glories to Srila Prabhupada. All glories to वैष्णव भक्त-वृंद Disclaimer: copyrights reserved to BBT India and BBT Intl.