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श्लोक 9.2.19  |
चित्रसेनो नरिष्यन्तादृक्षस्तस्य सुतोऽभवत् ।
तस्य मीढ्वांस्तत: पूर्ण इन्द्रसेनस्तु तत्सुत: ॥ १९ ॥ |
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शब्दार्थ |
चित्रसेन:—चित्रसेन; नरिष्यन्तात्—मनु के अन्य पुत्र नरिष्यन्त से; ऋक्ष:—ऋक्ष; तस्य—चित्रसेन का; सुत:—पुत्र; अभवत्—हुआ; तस्य—ऋक्ष का; मीढ्वान्—मीढ्वान; तत:—उससे (मीढ्वान से); पूर्ण:—पूर्ण; इन्द्रसेन:—इन्द्रसेन; तु—लेकिन; तत्-सुत:— उसका (पूर्ण का) पुत्र ।. |
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अनुवाद |
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नरिष्यन्त का पुत्र चित्रसेन हुआ और उसका पुत्र ऋक्ष हुआ। ऋक्ष से मीढ्वान, मीढ्वान से पूर्ण और पूर्ण से इन्द्रसेन हुआ। |
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