द्रुपदात्—द्रुपद से; द्रौपदी—पाण्डवों की विख्यात पत्नी द्रौपदी; तस्य—उसके (द्रुपद के); धृष्टद्युम्न-आदय:—धृष्टद्युम्न इत्यादि; सुता:—पुत्र; धृष्टद्युम्नात्—धृष्टद्युम्न से; धृष्टकेतु:—धृष्टकेतु नामक पुत्र; भार्म्या:—भर्म्याश्व के सारे वंशज; पाञ्चालका:—पाञ्चालक कहलाते हैं; इमे—ये सभी ।.
अनुवाद
महाराज द्रुपद से द्रौपदी उत्पन्न हुई। महाराज द्रुपद के कई पुत्र भी थे जिनमें धृष्टद्युम्न प्रमुख था। उसके पुत्र का नाम धृष्टकेतु था। ये सारे पुरुष भर्म्याश्व के वंशज या पाञ्चालवंशी कहलाते हैं।
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All glories to saints and sages of the Supreme Lord
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥