श्रीमद् भागवतम
हिंदी में पढ़े और सुनें
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् भगवद गीता
श्रीमद् भागवतम
श्रीचैतन्य चरितामृत
श्रीकृष्ण - लीला पुरुषोत्तम भगवान
वैष्णव भजन
ஸ்ரீமத் பாகவத
संसाधन
AudioBooks
संस्कृत शब्द कोष
वैष्णव कैलेंडर / पंचांग
Download
Contact
"यह भागवत पुराण सूर्य के समान प्रकाशमान है और इसका उदय धर्म, ज्ञान इत्यादि के साथ भगवान् श्रीकृष्ण द्वारा निज धाम को प्रयाण करने के पश्चात् ही हुआ है।" -
श्रीमद्भागवत १.३.४३
श्रीमद् भागवत पुराण
स्कन्ध 1: सृष्टि
स्कन्ध 2: ब्रह्माण्ड की अभिव्यक्ति
स्कन्ध 3: यथास्थिति
स्कन्ध 4: चतुर्थ आश्रम की उत्पत्ति
स्कन्ध 5: सृष्टि की प्रेरणा
स्कन्ध 6: मनुष्य के लिए विहित कार्य
स्कन्ध 7: भगवद्-विज्ञान
स्कन्ध 8: ब्रह्माण्डीय सृष्टि का निवर्तन
स्कन्ध 9: मुक्ति
स्कन्ध 10: परम पुरुषार्थ
स्कन्ध 11: सामान्य इतिहास
स्कन्ध 12: पतनोन्मुख युग
शेयर करें
All glories to Srila Prabhupada. All glories to वैष्णव भक्त-वृंद
Disclaimer: copyrights reserved to BBT India and BBT Intl.
श्रीमद् भगवद्गीता
श्रीमद् भागवतम
श्रीचैतन्य चरितामृत
श्री वाल्मीकि रामायण
श्री रामचरितमानस
श्री महाभारत
श्रीकृष्ण लीला
श्रील प्रभुपाद लीलमृत
रामायण कथा रूप
वैष्णव भजन
AudioBook
About
Connect Form
Download
Contact
संस्कृत शब्द कोष
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥