भगवान् कृष्ण श्रीबलराम तथा ग्वालबालों के साथ बैठकर घर से भेजे गये दही-भात को भगवान् संकर्षण और ग्वालबालों के साथ खाते जो सदैव उनके साथ ही भोजन किया करते थे। वे पानी के निकट के किसी विशाल शिला पर बैठकर भोजन करते।
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All glories to Srila Prabhupada. All glories to वैष्णव भक्त-वृंद
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