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भज गौराङ्ग कह गौराङ्ग  |
अज्ञातकृत |
भाषा: हिन्दी | English | தமிழ் | ಕನ್ನಡ | മലയാളം | తెలుగు | ગુજરાતી | বাংলা | ଓଡ଼ିଆ | ਗੁਰਮੁਖੀ | |
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(टेक) भज गौराङ्ग कह गौराङ्ग
लह गौराङ्गेर नामे।
ये जन गौराङ्ग भजे
सेइ अमार प्राण र॥ |
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गौराङ्ग बोलिय
दुऽबहु तुलिया
नचिय नचिय बेदाओ रे॥1॥ |
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गौराङ्ग भजिले
गौराङ्ग जपिले
होय दुखेर अबसान रे॥2॥ |
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शब्दार्थ |
अर्थ / अनुवाद केवल अंग्रेजी में उपलब्ध है। |
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ |
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