"सकृदेव प्रपन्नायतवास्मीतिच याचते । अभयं सर्व भूतेभ्योददाम्येतद्व्रतंमम ॥6.18.33॥"
वाल्मीकि कृत रामायण (भगवान श्री राम की कथा)
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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All glories to Srila Prabhupada. All glories to वैष्णव भक्त-वृंद